इस दुनिया के लोग भी गजब हैं- एक दिन मरने के लिए मर मर कर जीते हैं,और एक दिन मर ही जाते हैं ना
खुद के लिए कुछ करते हैं और ना किसी और के काम आते है। जैसे इस दुनिया में आते हैं वैसे ही इस दुनिया
से चले जाते हैं!
खुद के लिए कुछ करते हैं और ना किसी और के काम आते है। जैसे इस दुनिया में आते हैं वैसे ही इस दुनिया
से चले जाते हैं!
इस दुनिया के लोग भी गजब है- एक दिन राख बनने की चाह में ज़िंदगी को सालों साल झेलते रहते हैं, कभी
खुद की जिंदगी से तो कभी दूसरों की जिंदगी से खेलते रहते हैं। उनकी खुद तो जिंदगी नर्क होती ही है दूसरों
की जिंदगी भी नरक बनाते हैं।
खुद की जिंदगी से तो कभी दूसरों की जिंदगी से खेलते रहते हैं। उनकी खुद तो जिंदगी नर्क होती ही है दूसरों
की जिंदगी भी नरक बनाते हैं।
इस दुनिया के लोग भी गजब है- अगली सांस का भरोसा नहीं है और अचार साल भर का डाल कर बैठ जाते
हैं, उस अचार को खाने से पहले ही इस दुनिया से चले जाते हैं, उस आचार को ना तो खुद खाते हैं, और ना
दूसरों को खिलाते हैं!
इस दुनिया के लोग भी गजब है- हमेशा जल्दी में रहते हैं, और जल्दी की कुछ वजह भी नहीं होती उनके
पास,फिर भी पता नहीं कहां जाते हैं ?और कहां जाना चाहते हैं? जल्दबाजों को अगर ढूंढे कहीं हमारी निगाहें
तो पता नहीं कहां गुम हो जाते हैं?और अगले दिन फिर जल्दबाजी करते हुए पाए जाते हैं!
इस दुनिया के लोग भी गजब है- जब दुखी होते हैं तो इंसानियत को याद करते पाए जाते हैं, जब थोड़ी सी
सुविधा में हो तो अपने आप को बादशाह मानने लग जाते हैं,परिस्थितियां पक्ष में हो जाती है तो अच्छे अच्छों को
ठिकाने लगाते हैं।
इस दुनिया के लोग भी गजब है- हमेशा अपने आप को न्यायधीश समझते हैं, खुद मुजरिम होते हुए भी हर
किसी का न्याय करते पाए जाते हैं,जिनका खुद कोई वजूद नहीं होता वह दूसरों को उनकी औकात बताते हैं!
इस दुनिया के लोग भी गजब हैं- जो खुद को कलाकार मानते हैं, नौटंकीयों के सरदार मानते हैं, और दूसरों
को अपनी उंगलियों पर नचाते हैं,लेकिन वह लोग खुद किसी की उंगलियों पर नाचने वाली कठपुतलियां हैं इस
बात को भूल जाते हैं।
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