साम्प्रदायिक अपराध से देशविरोधी तानाशाही की ओर!

हिंदी पट्टी के लोग सोच रहे थे कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मंदिर-मस्जिद का साम्प्रदायिक अपराध खत्म हो जायेगा मगर उनके स्थान पर NRC-CAB यानी नागरिकता संशोधन विधेयक के रूप में देश-विरोधी हथियार उपलब्ध करवा दिया गया है!

संघ एक मुद्दे के खत्म होने से पहले ही दूसरे मुद्दे से स्थानापन्न करने की योजना पर काम शुरू कर देता है!असम जैसे उत्तर-पूर्व के राज्य में परीक्षण कर रहे थे और मंदिर-मस्जिद के मुद्दे के खत्म होते ही हिंदी पट्टी की युवा पीढ़ी की बर्बादी के लिए लागू किया जा रहा है!

मनुस्मृति के रक्षक,संविधान व तिरंगा जलाने वाले लोग जोर-शोर से संविधान दिवस मनाने लगे तो समझा जाना चाहिए कि संविधान इनके कब्जे में ले रहे है!जब संविधान इनके कब्जे में होगा तो जो मर्जी जोड़ेंगे,जो मर्जी तोड़ेंगे!"रजिया फँस गई गुंडों में"कहावत पुरानी हो गई है अब "संविधान फँस गया संघियों में"ताजा उपलब्ध हो रही है।

संविधान की प्रस्तावना में ही पंथ निरेपक्ष शब्द बचा हुआ है बाकी तो ज्यादातर काम कर दिया गया है!

हमारे जैसे लोग सवाल खड़े करें तो सरकार को जवाब देने की कोई जरूरत नहीं क्योंकि संघियों ने हमारे घरों में ही भक्त तैयार कर दिए है!सवाल सरकार से करोगे और आपसे लड़ने-भिड़ने के लिए आपके गांव,मोहल्ले, क्लास,समाज,परिवार से ही भक्त निकल पड़ेंगे!

सरकार के हर कांड के समर्थन में मीडिया खड़ा रहा! सवाल पूछने वालों को टुकड़े-टुकड़े गैंग,देशद्रोही, पाकिस्तान प्रेमी गैंग,अर्बन नक्सली करार देने की जो शुरुआत मीडिया ने की वो आईटी सेल से होते हुए हमारे घरों तक पहुंच चुकी है!

यह सिर्फ मुसलमानों के खिलाफ है,ऐसा सोचकर जो लोग खुश हो रहे है उनको बताना चाहता हूँ कि NRC के लिए आपको भी पूछा जायेगा।विदेशी लोग हम मूलनिवासी लोगों को कहेंगे कि तुम्हारे राशन कार्ड,वोटर आईडी,पासपोर्ट,आधार कार्ड,ड्राइविंग लाइसेंस,मूल निवासी प्रमाण पत्र आदि सब बकवास है तुम बताओ कि NRC में तुम्हारा नाम है कि नहीं?आने वाले 5 साल इसी में कट जाएंगे!

तुम शिक्षा,चिकित्सा,रोजगार आदि को भूलकर भारतीय घोषित होने की जंग में ही उलझ जाओगे!5साल बर्बाद हो चुके है!युवा पीढ़ी की जिंदगी में 10साल बहुत मायने रखते है।हमारी एक पीढ़ी मंदिर-मस्जिद के झगड़े में बर्बाद हो चुकी है!हिंदी पट्टी के युवाओं!तुम्हारे हाथ मे तुम्हारा भविष्य व चयन है!संभल जाओ!


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...

Popular Posts